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Book 3

सार्न मास, चंद्रमा की ककसी भी तिचथ से प्रारंभ होकर उसके िीसर्ें हदन समा्ि माना िािा है । नोट १ : यहााँ पर नक्षर एवं राभशयों को संक्षेप में भलखा गया है, इनके बारे में ववस्त्िृि चचाि खगोल अध्ययन में की जाएगी जहााँ पर इनके बारे में स्पूणि व्याख्या दी जाएगी तिथथ - चन्द्रमा आकाश में चतकर लगािा हुआ जिस समय सूयव के बहुि पास पहुच िािा है उस समय अमार्स्या होिी है | अमार्स्या के बाद चंद्रमा सूयव से आगे पूर्व की ओर बढ़िा िािा है और िब १२० आगे हो िािा है िब पहली तिचथ (प्रथमा) बीििी है | १२० से २४० का िब अंिर रहिा है िब दूि रहिी है | २४० से २६० िक िब चंद्रमा सूयव से आगे रहिा है िब िीि रहिी है | इसी प्रकार िब अंिर १६८०-१८O० िक होिा है िब पूणिवमा होिी है, १८O०- १९२० िक िब चंद्रमा आगे रहिा है िब १६ र्ी तिचथ (प्रतिपदा) होिी है | १९२०- २O४० िक दूि होिी है इत्याहद | पूणिवमा के बाद चंद्रमा सूयावस्ि से प्रतिहदन कोई २ घडी (४८ ममनट) पीछे तनकालिा है | देविाओं का एक ददन - मनुष्यों के एक र्षव का देर्िाओं के एक हदन माना गया है । उत्िरायि िो उनका हदन है और दक्षक्षिायन रात्रि । पृ्र्ी के उत्िरी ध्रुर् पर देर्िाओं के रहने का स्थान िथा दक्षक्षिी ध्रुर् पर राक्षसों के रहने का स्थान बिाया गया है | साल में २ बार हदन और राि सामान होिी है | ६ महीने िक सूयव वर्षुर्ि के उत्िर और ६ महीने िक दक्षक्षि रहिा है | पहली छमाही में उत्िरी गोल में हदन बड़ा और राि छोटी िथा दक्षक्षि गोल में हदन छोटा और राि बड़ी होिी है | दूसरी छमाही में ठीक इसका उल्टा होिा है | परन्िु िब सूयव वर्षुर्ि र्ृत्ि के उत्िर रहिा है िब र्ह उत्िरी ध्रुर् (सुमेरु पर्वि पर) ६ महीने िक सदा हदखाई देिा है और दक्षक्षिी ध्रुर् पर इस समय में नहीं हदखाई पड़िा | इसमलए इस छमाही को देर्िाओ का हदन िथा राक्षसों की राि कहिे हैं | िब सूयव ६ महीने िक वर्षुर्ि र्ृत्ि के दक्षक्षि रहिा है िब उत्िरी ध्रुर् पर देर्िाओं को नहीं हदख पड़िा और राक्षसों को ६ महीने िक दक्षक्षिी ध्रुर् पर बराबर हदखाई पड़िा है | इसमलए हमारे १२ महीने देर्िाओं अथर्ा राक्षसों के एक अहोराि के समान होिे हैं | देर्िाओं का १ हदन (हदव्या हदन) = १ सौर र्षव ददव्य वषि - िैसे ३६० सार्न हदनों के एक सार्न र्षव की कल्पना की गयी है उसी प्रकार ३६० हदव्य हदन का एक हदव्य र्षव माना गया है | यानी ३६० सौर र्षों का देर्िाओं का एक र्षव हुआ | अब आगे बढ़िे हैं | १२०० हदव्य र्षव = १ चिुयुवग = १२०० x ३६० = ४३२००० सौर र्षव

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