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Book 3

चचि – ७ चचि – ८ प्रधान मध्यान्ह रेखा या प्रथम मध्यान्ह रेखा (Prime Meridian) – सारी रेखांश को मापने के मलए एक मध्य रेखांश चुना गया है िो िीनवर्च से होिे हुए िािा है | उसे 0० E या 0० रेखांश माना िािा है और बाकी सारे उसके सन्दभव में चगनिे हैं पूर्व की ओर या पजश्चम कक ओर | भारि में ८२.५० अंश पूर्ी रेखांश = ८२० ३०’ के आधार पर मानक समय प्रामाणिि है | अब हमें समझना चाहहए कक सूयव सर्वप्रथम १८०० अंश पूर्ी रेखांश पर तनकालिा है और धीरे धीरे ०० अंश रेखांश िीनवर्च को पार करिा हुआ १८०० अंश पजश्चमी रेखांश पर पहुूँच कर तछपिा हुआ दृजष्टगोचर होिा है | इस यािा में इसे २४ घंटे लगिे हैं अथावि सूयव १८०० अंश

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